नई दिल्ली: क्या आपको पता है कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की प्रयोगशालाओं ने अब तक 20,000 लीटर सैनेटाइज़र का उत्पादन किया है? डीआरडीओ सशस्त्र बलों समेत दिल्ली पुलिस को इसकी आपूर्ति कर रही है। अकेले दिल्ली पुलिस को 10,000 लीटर सैनेटाइज़र और इतनी ही संख्या में मास्क डीआरडीओ ने अब तक दिए हैं। डीआरडीओ बॉडी सूट जैसे व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण और वेंटिलेटर के उत्पादन के लिए कुछ निजी कंपनियों के साथ तालमेल कर रहा है। ऑर्डनेंस फैक्ट्री बोर्ड (आयुध कारखाना बोर्ड) ने भी सैनेटाइज़र, मास्क और बॉडी सूट के उत्पादन में वृद्धि की है। डिफेंस पीएसयू भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड भी वेंटिलेटर के उत्पादन में लगी हुई है। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए रक्षा मंत्रालय के अब तक उठाए इन कदमों और योजना की गुरूवार को नई दिल्ली में समीक्षा की।
सशस्त्र बलों के कोरोना वायरस से निपटने के लिए विभिन्न क्वारंटाइन सुविधाकेन्द्रों ने अब तक निकाल लाये गये 1,462 लोगों की देखभाल की है और 389 लोगों को छुट्टी दे दी है। फिलहाल, कुल 1,073 व्यक्तियों को मानेसर, हिंडन, जैसलमेर, जोधपुर और मुंबई के क्वारंटाइन सुविधाकेन्द्रों पर देखभाल की जा रही है। कुल 950 बिस्तरों की क्षमता के साथ अतिरिक्त क्वारंटाइन सुविधा केंद्र स्टैंडबाय पर हैं।
कोरोना वायरस से उपजी कोविड–19 से निपटने के लिए बुलाई समीक्षा बैठक में कोविड–19 के संक्रमण से प्रभावित देशों में फंसे भारतीय नागरिकों के साथ-साथ विदेशी लोगों को बाहर निकाल लाने और विभिन्न क्वारंटाइन सुविधाकेन्द्रों पर उनकी समुचित देखभाल सुनिश्चित करने के लिए सुरक्षा बलों एवं रक्षा मंत्रालय के विभिन्न विभागों की रक्षामंत्री ने जमकर सराहना की। उन्होंने सशस्त्र बलों और अन्य विभागों से आग्रह किया कि वे अपनी तैयारियों को लेकर पूरी तरह मुस्तैद रहें और नागरिक प्रशासनको विभिन्न स्तरों पर सभी आवश्यक सहायता प्रदान करें।
बैठक में, अधिकारियों ने राजनाथ सिंह को अब तक उठायेगये विभिन्न उपायों और सहायता के कदमों के बारे में जानकारी दी। भारतीय वायु सेना के विमानों ने कई उड़ानें भरी हैं और चीन, जापान एवं ईरान केसंक्रमण प्रभावित इलाकों से भारतीय नागरिकों को निकाल लिया है। इस बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत, रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार, नौ सेनाध्यक्ष एडमिरल करमबीर सिंह, वायु सेनाध्यक्ष एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया, थल सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवाने, सचिव (रक्षा उत्पादन) राज कुमार, सचिव (भूतपूर्व सैनिक कल्याण) संजीवनी कुट्टी और रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव एवं डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. जी सतीश रेड्डी शामिल हुए।